Suno Krishna Pyaare Swati Mishra Lyrics – सुनो श्याम प्यारे ये विनती हमारी
सुनो श्याम प्यारे ये विनती हमारी
तरसती हैं, अंखिया दरश को तुम्हारे,
कोई रूप लेकर अब चले आओ
कोई रूप लेकर अब चले आओ,
नहीं तो निकल जाएगी जान ये हमारी||
सुनो कृष्ण प्यारे ये विनती हमारी
तरसती हैं, अंखिया दरश को तुम्हारे,
हमें भी सुनाओ, वो धुन बांसुरी की,
हमें भी लुभाओ, जैसे गोपियाँ लूभि थी |
हमें भी सुनाओ, वो धुन बांसुरी की,
हमें भी लुभाओ, जैसे गोपियाँ लूभि थी ||
गैया चिरयिया , सब राह देखें,
कलयुग में कितनी जरूरत तुम्हारी,
सुनो कृष्ण प्यारे ये विनती हमारी
तरसती हैं, अंखिया दरश को तुम्हारे,
फिर से कही कोई यशोदा दांट लगाये,
फिर से कही कोई लल्ला माखन चुराए|
फिर से कही कोई यशोदा दांट लगाये,
फिर से कही कोई लल्ला माखन चुराए||
हमें तुम सिखा दो ये रिश्ते निभाना,
हमें तुम सिखा दो ये रिश्ते निभाना,
बदलेगी दुनिया को ये लीला तुम्हारी.
सुनो कृष्ण प्यारे ये विनती हमारी
तरसती हैं, अंखिया दरश को तुम्हारे,
प्रेम में राधा, राधा के कृष्णा,
दूर दो प्रेमी एक हुए ना,
हां हां हां हां हां हां ,
प्रेम में राधा, राधा के कृष्णा,
दूर दो प्रेमी एक हुए ना,
फिर भी ये दुनिया कहती राधे कृष्णा,
सिखा दो न ऐसी पवित्रता तुम्हरी,
सुनो कृष्ण प्यारे ये विनती हमारी
तरसती हैं, अंखिया दरश को तुम्हारे,
कोई रूप लेकर अब चले आओ
कोई रूप लेकर अब चले आओ,
नहीं तो निकल जाएगी जान ये हमारी||
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